हमारी सामुदायिक पहल
टाटा मोटर्स फाइनेंस की ओर से समाज व समुदाय पर सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए कई नई योजना बनाई गई हैं।
एक जिम्मेदार कॉर्पोरेट के रूप में हमारी प्रतिबद्धता समाज के कल्याण को बढ़ावा देने के साथ-साथ पर्यावरण को बनाए रखने और उसे सुधारने की भी है। साथ ही समाज के वंचित वर्ग के उत्थान के लिए हम प्रयासरत हैं।
एक संगठन के तौर पर हम समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समर्पित रूप से निभा रहे हैं। समुदायों के विकास में अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं, जिनकी हम सेवा करते हैं।
प्रोजेक्ट आकांक्षा
कलेक्टिव गुड फाउंडेशन (सीजीएफ), संहिता के सहयोग से टीएमएफ ने अपना प्रमुख कौशल विकास कार्यक्रम - आकांक्षा लॉन्च किया। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय कौशल भारत मिशन के अनुरूप तैयार किया गया है और इसका उद्देश्य देश भर में 25,000 से अधिक ड्राइवरों को कौशल-आधारित प्रशिक्षण प्रदान करना है। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य वित्तीय साक्षरता, सड़क सुरक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, उद्यमशीलता कौशल, सॉफ्ट स्किल, डिजिटल साक्षरता, व्यवसाय से संबंधित कौशल आदि के लिए प्रशिक्षण के माध्यम से चालक समुदाय का सशक्तिकरण करना है।
इस परियोजना में वित्तीय तौर पर ड्राइवरों के भविष्य की सुरक्षा के लिए एक व्यापक कार्यक्रम शुरू किया गया है, यह कई शहरों में है। यह कार्यक्रम शैक्षणिक और व्यावहारिक सत्रों का एक अनूठा संयोजन है, जो कि ड्राइवरों को संबंधित विशेषज्ञता हासिल करने में मदद करता है।
'प्रोजेक्ट आकांक्षा' के जरिए टाटा मोटर्स फाइनेंस का लक्ष्य चालक समुदाय को इस तरह तैयार करना है कि वे आगामी अवसरों का लाभ उठा सकें। हमारा ध्यान केवल साल-दर-साल प्रशिक्षण बढ़ाना ही नहीं है बल्कि प्रशिक्षण की गुणवत्ता को भी बढ़ाने पर भी है, जिससे वे किसी भी तरह के माहौल में उन्नति की राह पर आगे बढ़ सकें। अब तक अंबाला, अनूपपुर, भोजपुर, गुवाहाटी, ग्वालियर, हैदराबाद, लखीमपुर, लखनऊ, मुंबई, मुजफ्फरपुर, नमक्कल, पटना, पुणे, विजाग और विजयवाड़ा जैसे 15 शहरों में 8000 से अधिक चालकों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
वित्तीय कौशल और अनुशासन विकसित करने के लिए उन्हें संवेदनशील और प्रशिक्षित करना:
- वित्तीय साक्षरता: वित्तीय कौशल और अनुशासन विकसित करने के लिए उन्हें संवेदनशील और प्रशिक्षित करें।
- उद्यमिता कौशल
- व्यवसाय के लिए सॉफ्ट स्किल्स और रोजगार क्षमता को बढ़ाना।
- डिजिटल साक्षरता: उन्हें डिजिटल उपकरणों के माध्यम से अपने खर्चों को ट्रैक करने और प्रबंधित करने में सक्षम बनाएं।
- व्यवसाय संबंधी: सड़क सुरक्षा, मादक द्रव्यों का सेवन, स्वास्थ्य कल्याण।
सुरक्षा परियोजना
टीएमएफ की परियोजना सुरक्षा एक 'सुरक्षा का वादा' है, जिसे कलेक्टिव गुड फाउंडेशन (सीजीएफ), संहिता के सहयोग से शुरू किया गया है। देश के ट्रक चालकों और ट्रक चालकों को मुफ्त स्वास्थ्य जांच उपलब्ध कराने के उद्देश्य से भारत के 15 शहरों में कई स्वास्थ्य शिविर लगाए गए। इस परियोजना के मौके पर पंजीकरण हुए थे और इसने 11,500 से अधिक ट्रक चालकों को मुफ्त स्वास्थ्य जांच प्रदान करने में कामयाबी हासिल की है।
अपने कार्य के दौरान मुश्किल परिस्थितियों का सामना करने के कारण ट्रक चालकों को स्वास्थ्य जोखिम अधिक होता है। भारत में अधिकांश ट्रक ड्राइवरों को पीठ दर्द, उच्च रक्तचाप, मधुमेह और आंखों से संबंधित समस्याएं हैं। इन सबके बावजूद ट्रक चालक पूरी लगन के साथ अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। इस बीच उनकी सुरक्षा को दरकिनार कर दिया गया है। ट्रक ड्राइवरों के लिए अपने स्वास्थ्य की स्थिति पर नजर रखना बहुत ही महत्वपूर्ण है। यही कारण है कि इस पहल प्रोजेक्ट सुरक्षा के माध्यम से उन्हें उनकी वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति के बारे में जागरूक करके एक कदम आगे बढ़ने का फैसला किया गया है।
उनकी स्वास्थ्य से जुड़े कई परीक्षण करवाए गए। इनमें उनके मोटापे की स्थिति की जांच (बीएमआई निर्धारण, शरीर माप) भी शामिल है। वहीं कोविड, ऑक्सीजन सेचुरेशन, ब्लड प्रेशर परीक्षण, लिपिड प्रोफाइल परीक्षण, ईसीजी, ब्लड शुगर, स्वस्थ हृदय के लिए हीमोग्लोबिन; एकुईटी, एस्टिग्मेटिज्म, कलर ब्लाइंडनेस की जांच की गई। जरूरत पड़ने पर चश्मे का सुझाव दिया गया। यह सब स्वास्थ्य जांच के हिस्से रहे।
हमारे संयुक्त प्रयास
टीएमएफ में हमारी ओर से एक खास पहल की गई है, जिसमें कर्मचारियों को स्वयंसेवी के तौर पर जोड़ा गया है। हम नियमित तौर पर अपने कर्मचारियों को स्वयंसेवी के तौर पर अपनी सेवाएं देने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। वित्तीय वर्ष 2022-23 हमारे कर्मचारियों ने 4771 घंटे से अधिक सेवा कार्य किया है।
हम सक्रिय रूप से टाटा सस्टेनेबिलिटी ग्रुप के अभिनव प्रयासों में भाग लेते हैं और उनका समर्थन करते हैं। ग्रुप की ओऱ से किए गए प्रोएंगेज और टाटा वालंटियरिंग वीक ऐसे कार्यक्रम हैं, जो कर्मचारियों को सामाजिक कार्यों में अपना योगदान देने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
टीएमएफ में हम यह सुनिश्चित करते हैं कि क्रिसमस, होली, दिवाली, दान उत्सव जैसे त्योहारों को मनाते समय भी समाज को कुछ लौटाएं, समाज से जो प्राप्त किया है, उसे वापस दें, ताकि जरूरतमंद लोगों को ऐसे उत्सवों के मौके पर खुशियां प्रदान की जा सके।